

श्रीमद्भागवत कथा का समापन हजारो भक्तो ने छका भंडारा
खराखेल फर्रुखाबादी,फर्रुखाबाद। होटल राजपुताना में चल रही श्रीमद्भगवद कथा का समापन पूर्ण आहुति के साथ हो गया।इस मौके पर विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में कथा प्रेमियो ने प्रसाद ग्रहण किया। कथावाचक दीदी दिव्यांशी ने *मानव जीवन की सार्थकता कर्म मे है पर प्रकाश डाला। संत कौशल किशोर ठाकुर वृंदावन मथुरा ने समाज समरस हुए बिना यह श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ पूरा नहीं होगा बात कही।राघवेंद्र सिंह राजू ने हवन पूजन आरती कर आत्मिक आनन्द मानसिक शांति की अनुभूति की । *वीरेन्द्र सिह राठौड़ की व्यवस्था की सभी श्रद्धालुओं ने जमकर प्रसंशा की। सभी की विदाई पर पारीक्षित राघवेन्द्र सिह राजू ने कहा कि आप रूढी, परंपरा, संस्कृति लेकर सहजभाव से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने आए हैं। वैसी ही निर्मलता और सादगीपूर्ण जीवन अनुभव करने हेतु सभी दिव्य कथा श्रवण किया। संतों ने हवन पूजन आरती पूर्ण किया । पूर्ण आहुति भंडारा के बाद सबको अपने अपने घर जाना होगा, क्योंकि समाज संस्कृति समरसता के बिना सनातन संस्कृति का यह श्रीमद् भागवत उत्सव कार्यक्रम पूरा नहीं होगा। कर्म ही धर्म है । कर्म ही एक साधन है ।भक्ति शक्ति मुक्ति का मानव की मानवता उसका धर्म है । इस मौके पर समाजसेवी वीरेंद्र सिंह राठौर ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। संजीव सिंह राठौर ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रमुख भूमिका निभाई ।बताते चले कि वीरेंद्र सिंह राठौर राजपुताना ग्रुप के चेयरमैन है। राघवेंद्र सिंह राजू ने अपना सारा जीवन क्षत्रिय समाज की सेवा के लिए समर्पित कर दिया है।
4/21/20251 मिनट पढ़ें