

रामनगरिया में लोक तंत्र सेनानी सम्मेलन आयोजित
खराखेल फर्रुखाबादी,फर्रुखाबाद। मेला रामनगरिया के सांस्कृतिक पंडाल में लोकतंत्र सेनानी सम्मलेन / गंगा प्रदूषण निवारण एवं पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी, विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर जिलाधिकारी सुभाष चन्द्र प्रजापति जी मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आपातकाल लोकतंत्र सेनानी समिति के प्रदेश अध्यक्ष ब्रज किशोर मिश्र एडवोकेट ने की। गोष्ठी को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशुतोष कुमार द्विवेदी ने कहा कि लोकतंत्र सेनानी वे महान व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने सत्य, न्याय और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए साहसिक कदम उठाए। आप सभी ने उस समय का सामना किया जब लोकतंत्र खतरे में था, लेकिन अपने संघर्ष और बलिदान से इसे पुनः स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। संघर्षों की वजह से आज हमारा संविधान और लोकतंत्र सशक्त रूप से कायम है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र केवल एक शासन प्रणाली नहीं, बल्कि जनता की भागीदारी का प्रतीक है और प्रशासन का कर्तव्य है कि वह जनता की सेवा करते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करे। हमें लोकतंत्र सेनानियों के संघर्षों से प्रेरणा लेकर देश की एकता, अखंडता और संविधान की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक ब्रज किशोर मिश्र एडवोकेट ने कहा कि 25 जून 1975 को आज़ाद भारत एक बार फिर आंतरिक गुलामी की बेडियों में जकड़ गया था। आपातकाल के कालखंड को याद करते हुए उन्होंने कहा तानाशाही सरकार ने "न अपील, न वकील, न दलील" के सिद्धांत पर आपातकाल का विरोध करने वाले समस्त राजनेताओ, विद्याथियो को जेल की काल कोठरियों में डाल दिया गया था, और अनेकों प्रकार की अमानवीय यातनाए देकर आन्दोलन को कमजोर करने का प्रयास किया किन्तु 7 तालों के भीतर कुम्भकरणी नींद सोयी सरकार को उखाड़ फेकने की कसम खा चुके लोकतंत्र रक्षक "हटे नहीं, डिगे नहीं, डटे रहे"। गंगा में होने वाले प्रदूषण को लेकर उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाईयों द्वारा छोड़े जाने वाला औद्योगिक कचरा प्रदूषण के मुख्य कारण है जिन पर रोक लगाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिन 1109 गंभीर प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों की पहचान की है उनपर सरकार को सख्ती से कार्यवाही करनी चाहिए। गोष्ठी को संबोधित करते हुए अपर जिलाधिकारी सुभाष चन्द्र प्रजापति ने कहा कि भारत में अनादिकाल से ही गंगा जीवनदायिनी और मोक्ष दायिनी रही है, माँ गंगा भारतीय संस्कृति, सभ्यता और अस्मिता की प्रतीक रही हैं। गंगा जी की अविरल और निर्मल सतत् धारा के बिना भारतीय संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती। माँ गंगा की स्वच्छता को लेकर केन्द्र सरकार और राज्य सरकार लगातर कड़े कदम उठा रही है फलस्वरूप गंगा जल की शुद्धता में दिनोदिन सुधार हो रहा है। कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी राम सनेही कनौजिया (जिलाध्यक्ष कन्नौज), मधु राठौर (जिलाउपाध्यक्ष कन्नौज), राम लखन मिश्रा, राजेंद्र त्रिपाठी, चंद्रशेखर कटियार, वीरेंद्र कटियार, सोनेलाल, राम सिंह बाथम, राधेश्याम वर्मा, मकबूल बेग, मनोरमा मिश्रा, लाल मोहम्मद, राजीव कटियार, अवनीश कटियार, रवि मिश्रा, राहुल मिश्रा, रजनीश बाजपेई, संतराम त्रिवेदी, राजकुमार चतुर्वेदी, सुरेन्द्र सिंह, गया प्रसाद, हरिशंकर कटियार, राधेश्याम मिश्रा, राजाराम मौर्या, बनवारी लाल वर्मा, नरेश चन्द्र शुक्ला, राजकुमार सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
2/8/20251 मिनट पढ़ें