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तापमान में गिरावट से फसलों पर कीट और रोगों का खतरा, किसानों के लिए विशेष निर्देश जारी
खरा खेल फर्रुखाबादी👍, फर्रुखाबाद।जिला कृषि रक्षा अधिकारी सत्येंद्र सिंह ने किसानों को मौसम में हो रहे बदलाव के कारण फसलों में कीट और रोगों की संभावना को लेकर सतर्क रहने की अपील की है। तापमान में गिरावट और आद्रता बढ़ने से फसलों में पत्ती धवा रोग और पिछली बुरुला रोग की संभावना बढ़ जाती है, जिससे फसल को गंभीर नुकसान हो सकता है। जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सरसों और अन्य फसलों को कीट और रोगों से बचाने के लिए किसानों को विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि कटुआ कीट के नियंत्रण के लिए एटाजोलफॉस (0.15 प्रतिशत ईसी) की 2.5 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करना चाहिए। साथ ही, फसलों में रोग नियंत्रण के लिए 75 प्रतिशत डब्लूपी की 2.5 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर फसलों पर छिड़काव करने की सिफारिश की गई है। सरसों की फसल में मुख्यतः पत्ती धवा रोग और पिछली बुरुला रोग फैलने का खतरा होता है। इसके नियंत्रण के लिए कृषि विभाग ने मैन्कोजेब और क्लोरोथेलोनिल जैसे कीटनाशकों का उपयोग करने की सलाह दी है। किसानों को फसलों के कीट और रोगों के प्रभावी नियंत्रण के लिए कृषि विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया गया है। अधिक जानकारी के लिए किसान राज्य कृषि रक्षा केंद्र के विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर 9452247111 पर भी किसान अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसलों का नियमित निरीक्षण करें और किसी भी प्रकार की समस्या होने पर विभाग से संपर्क करें। इस संबंध में पीपीआईओ मोबाइल ऐप का भी उपयोग किया जा सकता है।
1/1/20251 min read